मध्य प्रदेश में चल रही सियासी उठापठक की राजनीति में रविवार दोपहर 'कोरोनावायरस' की एंट्री हो गई। दोपहर में मुख्यमंत्री की कैबिनेट बैठक से निकले मंत्रियों ने एक के बाद एक सुर में केरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण पर चिंता जाहिर की। मंत्रियों ने कैबिनेट में कोरोन पर हुई चर्चा का जिक्र करते इसके बारे में जानकारी देनी शुरू कर दी। हालांकि, इससे पहले सुबह जयपुर से लौटे 85 कांग्रेस विधायकों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग तक नहीं की गई। जबकि एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की सुविधा है।
शाम को मैरिएट होटल में आनन-फानन में डॉक्टरों की टीम बुलाई गई। डॉक्टरों ने सभी विधायकों की स्क्रीनिंग की। उधर, विधानसभा अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत की। इसमें उन्होंने कहा कि उन्हें विधायकों सहित सभी के सेहत की चिंता है। हालांकि, कांग्रेस विधायक कहीं से भी कोरोना के प्रति चितिंत नजर नहीं नजर आए। स्क्रीनिंग के दौरान विधायक एक-दूसरे से मजाक करते रहे। हाथ मिलाते हुए नजर आए। विधायकों ने मास्क भी नहीं लगाया था। सिर्फ यही नहीं, प्रशंसकों से हाथ मिलाते हुए विधायक दल की बैठक के लिए सीएम हाउस के लिए रवाना हुए।
कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कोरोनवायरस को लेकर पूरा ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि कौन-कौन से कार्यक्रम कैंसिल किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत से मीडिया ने जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने जयपुर से वापस आए विधायकों की जांच कराने की बात कही। करीब आधे घंटे बाद ही डॉक्टरों की एक टीम विधायकों की जांच करने होटल पहुंच गई। इस दौरान विधायक एक-दूसरे हंसी मजाक करते नजर आए। दूसरे शहर से आने के बावजूद विधायक मास्क नहीं पहुंचे थे और एक-दूसरे से हाथ मिला और गले मिल रहे थे। थोड़ी देर बाद विधायक मुख्यमंत्री निवास पर होने वाली विधायक दल की बैठक में बिना मास्क लगाए रवाना हो गए।
राज्य के वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत ने कहा है कि पूरे देश में कोरोना के प्रकरण बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। दिल्ली में जिस महिला की कोरोना के कारण मृत्यु हुई, वो तो विदेश नहीं गई थी। लेकिन विदेश से लौटे अपने बेटे के जरिए उसे संक्रमण हुआ और उसकी मौत हो गई। इसलिए जनता के स्वास्थ्य के प्रति चिंता सबसे पहले है और सभी को करनी भी चाहिए। वहीं, पीसी शर्मा ने कहा कि जयपुर, हरियाणा और बेंगलुरु से लौटने वाले विधायकों का भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाना चाहिए। क्योंकि, वहां कोरोना के मामले सामने आए हैं।
वहीं, स्पीकर एनपी प्रजापति का कहना है कि उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना को लेकर उठे वातावरण के बीच सभी के स्वास्थ्य को लेकर है। प्रजापति ने कहा कि कोरोना के संबंध में पूरे देश के साथ ही मध्यप्रदेश में भी कदम उठाए गए हैं। ऐसी स्थिति में विधानसभा में भी मॉस्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। उनकी पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य के प्रति है।
जयपुर से लौटे कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि मेडिकल जांच आवश्यक है ताकि किसी तरह की बीमारी का खतरा नहीं रहे। मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में कोरोना से निटपने की तैयारियों की समाक्षा की गई। गृहमंत्री बाला बच्चन ने भी यही बात कही। मंत्री और विधायक प्रदीप जायसवाल ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा कि हमारे पास नंबर्स है, सीएम कमलनाथ भी इसको लेकर आश्वस्त है, इंतजार करिए और देखिए। कल परीक्षा होगी, कोई जरूरी नही है, अभी तो कोरोना चल रहा है।